Skip to main content

Posts

Showing posts with the label गर्भनिरोधक गोलियों

विटामिन्स लेने से पहले सोचें

विटामिन्स की छोटी खुराक लें, क्योंकि उनका काम शरीर की रासायनिक प्रक्रियाओं को रेग्युलेट करने में मदद करने का होता है। विटामिन सप्लीमेंट्स फूड का विकल्प नहीं हैं। इनसे खानपान की खराब आदतें पड़ती हैं। इनसे ऊर्जा नहीं मिलती क्योंकि इनमें कैलोरी नहीं होती। अगर आप कमजोरी महसूस कर रहे हैं तो अपनी डायट बढ़ा दें।विटामिन से किसी रोग का इलाज नहीं होता, सिवाय उस स्थिति के, जो विटामिन की कमी से जुड़ी हों। अन्य दवाओं की तरह विटामिन भी एक्सपायर हो जाते हैं। इसलिए खाने से पहले एक्सपायरी डेट को अवश्य देख लें। अगर आप मल्टी विटामिन्स ले रहे हों तो उन्हें अधिकतम हजम करने के लिए यह सुनिश्चि कर लें कि आप पेट भरकर खाना खा रहे हैं। विटामिन्स की एक गोली सुबह लेना काफी नहीं होता है क्योंकि बहुत से विटामिन्स दिन के अलग-अलग समय में अधिक फायदेमंद होते हैं और हजम भी होते हैं। अगर आप गर्भनिरोधक गोलियाँ ले रही हैं तो विटामिन्स लेना आवश्यक नहीं है। नाखूनों के फटने का अर्थ यह नहीं है कि आपमें विटामिन की कमी है। फंगल इंफेक्शन या कोई और कारण नाखूनों के फटने की वजह हो सकती है। सिरदर्द की गोलियों की तरह विटामिन्स तुंत ...

अनचाहे गर्भधारण से बचने की नई दवा

अनचाहे गर्भधारण को रोकने के लिए हाल ही में एक ऐसी दवा को लाइसेंस मिला है जिसका सेवन महिलाएं यौन संबंध बनाने के पाँच दिनों बाद भी कर सकती हैं . स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं ने पाया है कि नई गोली यूलीप्रिस्टल अभी तक सबसे ज़्यादा इस्तेमाल हो रही गर्भनिरोधक गोली लेवनरजेस्त्रल से भी ज़्यादा असरदायक है. हालाँकि लेवनरजेस्त्रल दवा तीन दिनों के भीतर ही इस्तेमाल किए जाने पर अपना असर दिखाती है, लेकिन ये नई दवा यूलीप्रिस्टल सहवास के पांच दिनों बाद भी खाने पर अपना असर दिखाती है. अभी यूलीप्रिस्टल सिर्फ डॉक्टर के पर्चे पर ही मिलती है जबकि लेवनरजेस्त्रल दवा की दुकान से सीधे ही हासिल की जा सकती है. परीक्षण यौन संबंध के बाद गर्भनिरोध के लिए इस्तेमाल की जा रही गोलियां शरीर में मौजूद हॉर्मोन पर ऐसे असर डालती हैं कि वो या तो प्रजनन के लिए अंडाशय से अंडे को निकलने नहीं देती है या फिर उसे गर्भाशय में विकसित नहीं होने देती है. यूलीप्रिस्टल के असर के बारे में जानने के लिए और पिछले साल उसके इस्त...