Skip to main content

Posts

Showing posts with the label Yoga

योग, सेक्स और कामसूत्र

योग से क्या सेक्स लाइफ को स्वस्थ और तरोताजा बनाया जा सकता है? क्या कामसूत्र का योग से कोई संबंध है? भोगी रहकर क्या योगी बन सकते हैं? यह है कुछ सवाल जिनके जवाब हर कोई खोजना चाहेगा। 1.यौवन का राज, नाड़ियों के पास : नाड़ी का शुद्ध और मजबूत होना जरूरी है। वायु प्रदूषण, शराब का सेवन, अन्य किसी प्रकार का नशा, अनियमित खान-पान, क्रोध, अनिंद्रा, तनाव और अत्यधिक काम और संभोग के चलते नाड़ियां कमजोर हो जाती है। 2.कैसे सुधारें सेक्स लाइफ को : तनाव भरा जीवन, नशे की प्रवृत्ति और प्रदूषण भरे माहौल में पुरुषों की सेक्स लाइफ का स्तर लगातर गिरता जा रहा है। कहते हैं कि सुखी जीवन के लिए सेक्स के प्रति संतु‍ष्टि होना आवश्यक है, जिससे जीवन के द्वंद्व मिटते हैं। इसके लिए हम लाएं हैं कुछ योगा टिप्स जो आपका जीवन बदल देंगे। 3.सेक्स से पहले योग : सेक्स से पहले योग करने से भरपूर ऊर्जा शक्ति का संचार होता है। यह ऊर्जा सेक्स के दौरान काफी लाभदायक सिद्ध हो सकती है। स्वस्थ और आनंददायक सेक्स के लिए सेक्स से पूर्व योग आपके दिमाग और माँसपेशियों को तरोताजा कर देता है। 4.न्यूड योग : भारतीय योगियों का मोक्ष...

Importance of Solar Plexus / Nabhi Talna

CALL US NOW:- +91-9811535600 Solar Plexus which is located behind the  belly  button or the Navel is the central location of the body according to various theories. This is known as  Nabhila  in Sanskrit and Nabhi in Hindi and Bengali. This is located approximately at the center of the body. Importance of the Solar Plexus increases due to the fact that one of the chakras also known as Manipur  Chakra  is also located at this location. Navel center is associated with the  balance  in emotions. You might have seen that when you get afraid or hear some sudden sad or shocking news you tend to feel hollowness in the stomach  as if that region has lost  strength  and sensitivity. This is beause of the imbalance created in the Solar Plexus. Depending the situation or the type of imbalance created different people can suffer from different  symptoms . Some people start having loose motions also while other suffer from  constipatio...

कमर दर्द के कारण और सावधानियाँ

कमर दर्द का मुख्य कारण मांसपेशियों पर अत्यधिक तनाव होता है। जोड़ों में खिंचाव से भी यह होता है। कैल्शियम की कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं। अधिक वजन होने से भी कमर दर्द होता है। गलत तरीके से बैठने से कमर दर्द होता है। हमें सीधा बैठना व सीधा चलना चाहिए। लेटकर टी.वी. देखना, लेटकर पढ़ना भी दर्द का मुख्य कारण है। ऊँची एड़ी के जूते पहनने से कमर दर्द हो सकता है। बिस्तर रूई या टाट का होना चाहिए। कुर्सी अधिक नरम नहीं होना चाहिए। तनाव के कारण भी दर्द होता है। व्यायाम या योगाभ्यास नहीं करने वालों को भी कमर दर्द होता है। गलत तरीके से खड़ा रहना, कार चलाना, काम करना, व्यायाम करना, योगाभ्यास करना, सोना, भारी सामान उठाना आदि भी दर्द का कारण हो सकता है। कमर दर्द को रोकने के लिए - सीधा चलना, सीधा बैठना, लेटकर नहीं पढ़ना, टी.वी. आदि लेट कर नहीं देखना चाहिए। भारी चीजों को या किसी सामान को नीचे से उठाते समय अपनी उम्र के अनुसार, पहले घुटने को झुकाकर फिर उठाना चाहिए। कार चलाते वक्त सीट सख्त होना चाहिए व स्टेयरिंग के पास बैठना चाहिए। खड़े रहते समय पैरों के आगे के भाग पर वजन रखकर खड़े होना चाहिए। पेट के बल...