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Showing posts with the label फिटनेस फार्मूला

टिप्स नाइन फॉर हेल्दी लाइफ

* अगर सुख की नींद सोना हो तो सोते समय 'चिंता' न करें, प्रभुनाम का 'चिंतन' करें। * पाचन शक्ति ठीक रखनी हो तो ठीक वक्त पर भोजन करें और प्रत्येक कौर को 32 बार चबाएँ। * यदि यौनशक्ति ठीक रखनी हो तो कामुक चिंतन न किया करें और सप्ताह में एक से अधिक बार सहवास न किया करें। * यह गलतफहमी है कि अण्डा, माँस खाने से बल बढ़ता है और शराब पीने से आनंद आता है। अण्डा, माँस खाने से शरीर मोटा-तगड़ा जरूर हो सकता है पर कुछ बीमारियाँ भी इसी से पैदा होती हैं। शराब पीने से आनंद नहीं आता, बेहोशी आती है और बीमारियाँ होती हैं। * अपनी आर्थिक शक्ति से अधिक धन खर्च करने वाला कर्जदार हो जाता है। अपनी शारीरिक शक्ति से अधिक श्रम करने वाला कमजोर हो जाता है। अपनी क्षमता से अधिक विषय भोग करने वाला जल्दी बूढ़ा और नपुंसक हो जाता है और अपने से अधिक बलवान से शत्रुता करने वाला नष्ट हो जाता है। * भोजन करते समय और सोते समय किसी भी प्रकार की चिंता, क्रोध या शोक नहीं करना चाहिए। भोजन से पहले हाथ और सोने से पहले पैर धोना तथा दोनों वक्त मुँह साफ करना हितकारी होता है। * यदि आप मुफ्त में स्वस्थ...

आसान उपाय, तनाव से बचाए

वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के पास अतिरिक्त कार्य है और कार्य को समय पर पूरा करने का प्रेशर भी। काम समय पर पूरा न हो पाने पर मानसिक तनाव होना सामान्य बात है। व्यक्ति तनाव में घर जाता है और फिर घर की परेशानी से और तनावग्रस्त हो जाता है। तनाव जीवन का नाश करता है, इससे दूर ही रहें तो अच्छा है। तनाव दूर करने के लिए कुछ आसान उपाय हम आपको बता रहे हैं, आप उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें। * सूर्योदय से पहले उठें, घूमने जाएँ, हल्का व्यायाम या योग करें। * प्रातःकाल व सोते समय 15 मिनट ईश्वर का ध्यान करें। * स्वयं को जानें, अपनी प्रतिभा, क्षमता व सीमाओं को पहचानें। * हमेशा सकारात्मक चिंतन करें। नकारात्मक सोच से ऊर्जा नष्ट होती है। * जो है, उस पर संतोष करें व कर्म करने में पूर्ण विश्वास रखें। * उत्साह एवं आत्मविश्वास के साथ काम करें। व्यवस्थित दिनचर्या की आदत डालें। * सदैव वर्तमान में जीएँ, भूत व भविष्य की व्यर्थ चिंता से बचें। सदैव प्रसन्नचित्त रहें। हँसते-हँसते जीना सीखें। * सादा व सरल जीवन जीएँ। जीवन में गुणवत्ता पर विश्वास रखें। दिखावे से बचें। * हॉबीज ...

फूलों से पाएँ महकता उपचार

मोगरा : यूँ तो यह गर्मियों का एक खास खुशबूदार फूल है। इसकी भीनी-भीनी महक तन-मन को ठंडक का एहसास भी कराती है। इसके फूलों को रुमाल या वस्त्रों के अंदर रखने से ठंडी ताजगी अनुभव होती है। पसीने की बदबू हटाने के लिए 8 ताजे फूलों को आधा प्याला पानी में अच्छी तरह मसल लें, इस पानी का लेप पूरे शरीर पर मलें। त्वचा मोगरे की ठंडी-ठंडी खुशबू से महकने लगेगी। हाँ, आप चाहें तो स्नान के लिए बाल्टीभर पानी में 5-6 मोगरे के फूल मसलकर भी स्नान कर सकती हैं। त्वचा में सनसनाती प्राकृतिक ठंडक का एहसास होने लगेगा। गुलाब : यूँ तो गुलाब त्वचा का सौन्दर्य निखारने में सदियों से माहिर है। गुलाब के फूलों की पत्तियाँ त्वचा को पोषण देती हैं, त्वचा के रोम-रोम को सुगंधित बनाती हैं, ठंडक प्रदान करती हैं। गुलाब के 2 फूलों को पीसकर, आधा प्याले कच्चे दूध में 30 मिनट तक भिगोएँ, फिर इस लेप को आहिस्ता-आहिस्ता त्वचा पर मलें, सूखने पर ठंडे-ठंडे पानी से स्नान कर लें। शरीर की त्वचा नर्म, मुलायम और गुलाबी आभायुक्त दिखाई देगी। गर्मियों में गुलाब के फूलों का रस चेहरे पर मलने से चेहरे पर ठंडी-ठंडी ताजगी बनी रहती...

पफी आईज और डार्क सर्कल्स दूर करें

यदि आपकी आँखें फूली हुई हैं और नीचे काले घेरे हैं तो यह स्पष्ट है कि आप थके हुए हैं और लंबे समय से तनाव में हैं। आँखों के नीचे काले घेरों का मतलब है कि आप रात में ठीक से सो नहीं पा रहे हैं। इसके साथ ही इसका एक बड़ा कारण आयरन की कमी भी हो सकती है। यदि आँखें फूली हुई हैं तो इसका मतलब है कि आप अतिरिक्त नमक, शकर और मैदा ले रहे हैं, जिसकी वजह से आपका ब्लड सर्कुलेशन कमजोर है। आप ये उपाय कर दोनों समस्याओं से निजात पा सकते हैं : अपने खाने में फल और सब्जियों खासतौर पर गोभी, पालक और हरी-पत्तेदार सब्जियों की मात्रा बढ़ाएँ। ताँबे की प्रधानता वाले तत्व जैसे तिल, मशरूम, जौ और काजू को खाने में स्थान दें, ताकि आपके शरीर का एंटीऑक्सिडेंट मैकेनिज्म तेज हो, जो डार्क सर्कल से लड़े। हर दिन के खाने में नमक की मात्रा 2 से 3 टेबल स्पून तक कम करें और शकर को पूरी तरह से बंद कर दें। ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए हर दिन ब्रिस्क वॉक करें। ये सब फूली हुई आँखों की समस्या को दूर करने में जादुई असर करेगा।  हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएँ क्योंकि रूखापन भी डार्क सर्कल्स पैदा करता है।  Brau...

बोर होना सेहत के लिए अच्छा नहीं

बहुत ज्यादा काम या नया काम ही तनाव नहीं देता। कई बार वही पुराना काम व नए चुनौतीपूर्ण काम का अभाव भी हमें टेंशन दे सकता है! अगर आप लगातार एक जैसा काम करते हुए बोर हो रहे हैं तो संभल जाइए यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। बोर होने के नुकसान : - 1 लगातार बोर होते रहने से जीवन में नीरसता आ जाती है, इससे चेहरे की त्वचा अपनी चमक खोने लगती है। 2 जीवन के प्रति उत्साह ना रहने से चि‍ड़चिड़ापन और उद्वीग्नता आ जाती है। 3 आँखें बुझी-बुझी लगती है। 4 छोटे-छोटे रोग शरीर में घर बनाने लगते हैं। 5 सबसे पहला असर प्राकृतिक भूख पर पड़ता है। भोजन के प्रति अरुचि होने लगती है। क्या करें :- बो‍रियत से बचने के लिए अपनी रुचि के अनुरूप कार्यों के लिए समय निकालें। कुछ समय योग, भक्ति या व्यायाम के लिए निकालें। मित्रों एवं परिवार वालों के साथ समय बिताएँ। प्राकृतिक स्थानों पर जाएँ। ऐसी पुस्तकें पढ़ें, जिनमें आपकी रुचि हो। मनपसंद संगीत सुनें। सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएँ।

दवाएँ छोड़ो, दिनचर्या बदलो

लाइफ स्टाइल बदलने से हेल्थ की कई प्रॉब्लम्स अपने आप चली जाती हैं। मसलन यदि आप देर तक सोने के आदी थे और अब जल्दी उठने लगे हैं तो डेफिनेटली आपकी हेल्थ में पॉजिटीव इम्प्रूवमेंट होगा। इसलिए दवाएँ छोड़ना हों तो दिनचर्या बदल डालिए। हमें बहुत सारी महँगी दवाइयाँ खाकर भी अपनी बीमारी से मुक्ति नहीं मिल पाती। क्या आपकी बीमारी का इलाज सिर्फ दवाइयाँ हैं? नित नई ऊँचाइयों को छूने की अंधी दौड़ में अस्त-व्यस्त जीवन व अत्यधिक तनाव ही हमारे हिस्से में आता है। परिणामस्वरूप कार्यक्षमता घट जाती है। बीमारियाँ, मानसिक विकार, निराशा व खीज व्यक्ति को घेरने लगते हैं। इन बीमारियों के लिए जिम्मेदार हमारी जीवनशैली है। ये नतीजा है, स्वास्थ्य व जीवनशैली के बीच के असंतुलन का, परंतु हम बीमारी की जड़ को देखे बिना बस दवाइयाँ खाने पर विश्वास करते हैं। क्या कभी आपने सोचा है कि उच्च-रक्तचाप, मधुमेह, दिल की बीमारियाँ, हायपरकोलेस्ट्रोलेमिया मोटापा या जोड़ों का दर्द आदि इन बीमारियों की जड़ क्या है? उदाहरण के लिए यदि आप उच्च-रक्तचाप से पीड़ित हैं और रोज दवाइयाँ खा रहे हैं। यह आपके लिए हानिकारक है। इसकी शुरुआत कहाँ ...

महके डाइट, स्किन टाइट

इसमें कोई दो राय नहीं है कि एक संतुलित डाइट न केवल आपके सेहत के लिए लाभप्रद है बल्कि यह आपके स्किन के लिए फायदेमंद है। एक तनावपूर्ण जिंदगी और एक उचित डाइट की कमी के कारण आपकी त्वचा रूखी हो जाती है और कई त्वचा की परेशानियाँ उत्पन्न होने लगती हैं जैसे रैशेज, रूखापन, आँखों के नीचे काले घेरे और मुँहासे आदि। वैसे अन्य कई कारण भी हैं जो हमारी त्वचा को नुकसान पहुँचाते हैं। हार्मोनल परिवर्तन, जेनेटिक समस्या स्किन को प्रभावित करती हैं। लेकिन 70 प्रतिशत से अधिक परिस्थितियों में त्वचा रोग के लिए गलत डाइट ही जिम्मेदार होता है। वैसे तो विभिन्न प्रकार की त्वचा के लिए विभिन्न डाइट्स की जरूरत होती है। लेकिन एक स्वस्थ त्वचा के लिए आवश्यक चीजों की सूची निम्नलिखित हैः * आपको अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। क्योंकि पानी ही स्किन के लिए एक सर्वश्रेष्ठ औषधि है। यह न केवल आपको रिफ्रेश करता है बल्कि आपकी त्वचा को एक अद्भूत चमक प्रदान करता है। * जिस तरह हमारे शरीर को ऑक्सीजन की जरूरत है ठीक उसी तरह हमारे स्किन के लिए विटामिन की आवश्यकता है। कुछ विटामिन के नाम निम्नलिखित है जो आपकी त्वचा की...

इस मौसम में फूलों-सी खिल जाएँ

यह मौसम हेल्थ और स्किन केयर माँगता है। इस मौसम में ब्यूटी को बनाए रखने के लिए करें बस थोड़ा-सा जतन ताकि बढ़ जाए देखने वालों की जलन। छोटे-छोटे घरेलू टिप्स आजमाएँ और खिल जाएँ फूलों-सी : प्यार करें चेहरे से : चेहरे की त्वचा के पोषण के लिए गाजर को कद्दूकस करके अच्छी तरह से पीस लें। इसमें जरा सा शहद मिलाकर त्वचा पर लगाएँ। इससे त्वचा को भरपूर पोषण मिलता है क्योंकि गाजर में विटामिन-ए पर्याप्त मात्रा में होता है। चेहरे की त्वचा के दाग-धब्बे हटाने के लिए पपीते के गूदे का पेस्ट बनाकर पूरे चेहरे पर मलें। दस मिनट बाद चेहरा धो लें। इसे कुछ महीने तक इस्तेमाल करने पर झाँइयाँ और कालापन भी मिट जाता है,साथ ही दाग-धब्बे भी दूर हो जाते हैं। नाजुक लबों के लिए : होंठों के सौंदर्य और कोमलता बरकरार रखने के लिए गुलाब की हरी पत्तियों में थोड़ा दूध मिलाकर अच्छी तरह से बारीक पीस लें। इस पेस्ट को होंठों पर और चेहरे पर भी लगाएँ। इससे होंठों पर निखार आ जाएगा और चेहरे की रंगत भी काबिले तारीफ हो जाएगी। दमकती स्किन के लिए : त्वचा को सुंदर बनाने के लिए संतरे के छिलकों के पाउडर में एक चम्मच दूध म...

खिलते-खिलखिलाते गुजारे गर्मी

गर्मी की दस्तक के साथ ही सेहत की परेशानियाँ बढ़ने लगती है। लेकिन यही मौसम खिलने और खुल कर जीने का भी होता है। हेल्थ की हल्की-फुल्की बातों का रखें ख्याल और लुत्फ उठाएँ गर्मी का बेशुमार: * त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए पानी खूब पीएँ। दिन में कई बार ठंडे पानी से चेहरा धोएँ, लेकिन साबुन का प्रयोग हर बार न करें। * चेहरे पर दाग-धब्बे पड़ जाते हैं, उन्हें मिटाने के लिए नींबू के ऐ छिलके पर चीनी के कुछ दाने डालकर उसे तब तक हलके हाथ से त्वचा पर मलते रहें, जब तक चीनी घुल नहीं जाती। यह तरीका काली कोहनियों व हाथ-पैरों की त्वचा पर आजमाएँ। * कुनकुने पानी में शहद डालकर सुबह सेवन करने से हाजमा अच्छा रहता है व वजन भी संतुलित रहता है। * सुबह उठने पर आँखें सूजी हों तो पानी में थोड़ी चाय की पत्ती उबालें फिर उसे छानकर ठंडा कर रूई के फाहे से आँखों पर लगाएँ, सूजन फौरन खत्म हो जाएगी। * टमाटर का टुकड़ा लेकर चेहरे पर हलके-हलके मसाज करें, चेहरे की सारी गंदगी साफ हो जाएगी। * भोजन में ज्यादा तेज मिर्च-मसाला खाने से पसीना दुर्गंधमय हो जाता है, इससे बचने के लिए नहाते समय पानी में थोड़ा यूडी ...

सेक्स कई रोगों की दवा है

आप शीर्षक पढ़कर चौंक गए होंगे कि भला सेक्स रोगों की दवा हो सकता है? इसमें चौंकने की कोई बात नहीं है। डॉक्टरों व वैज्ञानिकों ने शोध करके यह पता लगाया है कि सेक्स अनेक रोगों की दवा भी है। जहाँ जीवन में सेक्स एक-दूजे के बीच सुख, आनंद, अपनापन लाता है, वहीं एक-दूजे की हेल्थ व ब्यूटी को भी बनाए रखता है। सेक्स से शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन उत्पन्न होते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य एवं सौंदर्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। सेक्स से शरीर में उत्पन्न एस्ट्रोजन हार्मोन 'ऑस्टियोपोरोसिस' नामक बीमारी नहीं होने देता है। सेक्स से एंडोर्फिन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे स्किन सुंदर, चिकनी व चमकदार बनती है। एस्ट्रोजन हार्मोन शरीर के लिए एक चमत्कार है, जो एक अनोखे सुख की अनुभूति कराता है। सफल व नियमित सेक्स करने वाले मैरिड कपल अधिक स्वस्थ देखे गए हैं। उनका सौंदर्य भी लंबी उम्र तक बना रहता है। उनमें उत्तेजना, उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास भी अधिक होता है। सेक्स से परहेज करने वाले शर्म, संकोच, अपराधबोध व तनाव से पीड़ित रहते हैं। दिमाग को तरोताजा रखने व तनाव को दूर करने के ल...