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Facts about Breast Cancer

Breast cancer refers to the abnormal growth and mutation of cells in the milk ducts or lobules of the breast. A few facts about cancer may help you notice its prevalence and the probability of prevention. Across the globe, breast cancer is the second most common type of cancer after lung cancer. North America, Australia and Europe have reported the highest incidence of breast cancer. In the last 30 years, reported incidence of breast cancer has heightened to 35% in the west. More than 5, 00,000 people die of breast cancer each year. Contrary to the belief that breast cancer is diagnosed in women, over time, numbers of males are being detected with breast cancer. Though it isn’t a genetic disease, there exist very high chances of women whose mother, sister or aunt had been diagnosed with breast cancer before the age of 50. Self breast examination is the best way to detect any abnormality in the breast though doctors and numerous healthcare experts believe that ...

Symptoms of Breast Cancer

Breast cancer is a type of cancer, which starts in the cells of the breast. It is a common type of cancer in women and a leading cause of cancer deaths. Like any other cancer, prognosis and response to treatment of breast cancer is good if the disease is diagnosed during the initial stages. There are, however, no classic or early  symptoms of breast cancer  and that make early diagnosis a challenge.  Common Symptoms of Breast Cancer Breast lump:  Lump in the breast is a common symptom of breast cancer. All lumps in the breast, however, are not cancerous, but if you have a lump in the breast, it should be evaluated by a doctor. If you have a lump in the breast, armpit or above the collarbone that persists for more than a few weeks or increases in size, it may be a sign of cancer. Many women discover the lump or an area of lumpiness or irregularity in their breast tissue during self-examination or by chance. Many small lumps that are not detectable by touching may...

Possible Warning Signs of Breast Cancer

With breast cancer spreading across different countries at a fast pace, there is a heightening concern about whether one is susceptible to the harsh medical condition or not. Breast cancer may not necessarily have any symptoms in the beginning unless it has advanced to a certain irreversible stage. A lump is the most obvious symptom of breast cancer though it is too small initially to even be felt. If you are the kind, who make timely visits to a doctor, breast cancer may get detected when randomly checking for other medical problems. Some of the warning signs of breast cancer include: swelling of an entire breast or a part of it dimpling or skin irritation nipple pain nipple turning inward breast pain thickening of the nipple or the breast skin, redness or scaliness nipple discharge that is not breast milk and lump in the underarm area If you have noticed any of these symptoms already, you may not necessarily be suffering from breast cancer, but any other disea...

कैंसर से डर कैसा, अब मेलानोमस करेगा मुकाबला

अब कैंसर जैसे खतरनाक रोग इंसान को अपनी गिरफ्त में नहीं ले पाएंगे। चिकित्सकों ने इंसान के शरीर में ही मौजूद मेलानोमस नामक ट्यूमर को ढूंढ निकाला है जो कैंसर से छुटकारा दिलाएगा। मेलानोमस हमारे शरीर का महत्वपूर्ण ट्यूमर है। कैंसर से पीड़ित होने पर जहां शरीर के अन्य हिस्से इसकी चपेट में आ जाते हैं, वहीं मेलानोमस पूरी तरह सुरक्षित रहता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विंसेजों केरूडोंलो अपने सहयोगियों के साथ इस अध्ययन में जुट गए हैं कि किस प्रकार कैंसर के आक्रमण से यह ट्यूमर खुद को बचा लेता है। शरीर का इम्यून सिस्टम सभी प्रकार के संक्रमणों से लगातार लड़ने और नई कोशिकाओं को बनाने की प्रक्रिया में जुटा रहता है। इस सतत प्रक्रिया में न्यट्रोफिल नामक कोशिका की अहम भूमिका है। न्यूट्रोफिल पूरी तरह खास एंजाइम्स से भरा रहता है। यह हानिकारक कोशिकाओं को खत्म कर उसी समय नई कोशिका का निर्माण करता है। कई बार दोस्ताना लड़ाई में हितकारी कोशिकाओं के खत्म होने की आशंका रहती है। उस समय इम्यून सिस्टम प्रोटीन मेसेंजर भेज कर कोशिका नुकसान होने से बचाता है। परेशानी यह है कि इस लड़ाई में इसमे...

खुशखबरी, स्तन कैंसर मरीजों के लिए आई नई दवा

स्तन कैंसर मरीजों के लिए एक खुशखबरी है। स्तन कैंसर के बेहतर इलाज के लिए फ्लोरिडा स्थित मायो क्लीनिक के शोधकर्ताओं ने एक नई दवा बनाई है। इस नई दवा के बारे में प्रमुख शोधकर्ता एडिथ परेज ने बताया कि उनके द्वारा बनाई गई दवा का नाम टी-डीएम1 है, जो दो दवाओं के मिश्रण से बनाई गई है। कैंसर के इलाज के लिए उपयोग में लाई जाने वाली दवाओं में इस तरह मिश्रण कर बनाई गई यह पहली दवा है। टी-डीएम1 को ट्रांसतुजुमाब और कीमोथेरेपी एजेंट डीएम1 के मिश्रण से बनाया गया है। ये दोनों दवाएं पहले से ही कैंसर के इलाज में प्रयोग में लाई जाती हैं। प्रो. परेज ने बताया कि कैंसर के क्षेत्र में पहली बार इस तरह की कोई दवा बनाई गई है और यह अन्य दवाओं के मुकाबले ज्यादा प्रभावी भी है। परेज ने बताया कि स्तन कैंसर रोगियों में ट्यूमर को समाप्त करने में उनकी यह नई दवा बहुत कारगर है। इसके लिए उन्होंने इसकी चिकित्सीय जांच भी की है। इसके लिए उन्होंने 137 स्तन कैंसर पीड़ित मरीजों को शामिल किया। मरीजों को दो वर्गों में बांटने के बाद उन्होंने लगातार छह महीनों तक मरीजों को टी-डीएम1 और ट्रांसतुजुमाब दवा खिलाई। इसके बाद ...

छरहरी लड़कियों को अधिक होता है ब्रेस्ट कैंसर

रैंप पर कैटवाक करती मॉडल्स की तरह छरहरी काया के पीछे दीवानी रहने वाली लड़कियों को अब सावधान हो जाने की जरूरत है। छरहरेपन की यह दीवानगी उन्हें ब्रेस्ट कैंसर की ओर ले जा सकती है। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया है कि जो लड़कियां सात साल की आयु के समय अधिक पतली होती हैं उनमें बड़ी होने पर ब्रेस्ट कैंसर से प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है। स्कॉटहोम के करोलिंसका इंस्टिटच्यूट के वैज्ञानिकों ने यह भी पाया की जो लड़कियां बचपन में हेल्दी होती हैं, उनके ब्रेस्ट कैंसर के चपेट में आने की संभावना कम होती है। वैज्ञानिकों ने यह शोध स्वीडन की 6,000 महिलाओं पर किया गया है। इस शोध में शामिल की गई महिलाओं में आधी कैंसर पीड़ित थीं।

करें कसरत, रहें कैंसर से दूर

तेज गति से लंबी वॉक, जॉगिंग या सीढ़ियां चढ़ने जैसी आधे घंटे की कसरत कैंसर के खतरे को कम कर सकती है। विश्व कैंसर रिसर्च फंड के अनुसार, इस बात के सबूत लगातार मिल रहे हैं कि जो लोग खुद को फिट रखते हैं,उन्हें बुढ़ापे में कैंसर के घेरने की आशंका उतनी ही कम रहती है। शोधकर्ता डॉ. रैचेल थॉम्पसन ने डेली एक्सप्रेस से कहा कि आप जितना एक्टिव रहेंगे,कैंसर आपसे उतना ही दूर रहेगा। इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में थोड़ा परिवर्तन करना पड़ेगा। रैचेल ने कहा कि कसरत से हृदयरोग,हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों के साथ कैंसर से भी बचाव के बारे में पहली बार पता चला है।

आम रोकता है स्तन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से

अपने लजीज स्वाद से लाखों लोगों की जुबान पर राज करने वाला फल आम यूं ही फलों का राजा नहीं। यह स्तन कैंसर और कोलोन कैंसर की कोशिकाओं को फौलने से रोकता है। टैक्सास की ए एंड एम यूनिवर्सिटी के एग्री लाइफ रिसर्च विभाग में खाद्य पदार्थ विशेषज्ञों ने यह दावा किया। प्रयोगशाला में शोध से पता चला कि आम से निकले पोलीफि नोल तत्व में कैंसर रोधी क्षमता होती है। खाद्य वैज्ञानिक डॉ सुसेन टालकोट और उनके पति डॉ स्टीव टालकोट ने पांच तरह के आमों से निकाले गए पोलीफि नोल तत्व का कोलोन, स्तन, फेफड़े, ल्यूकीमिया तथा प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं पर परीक्षण किया। आमों में केंट, फ्रांसिनी, अतौल्फो, टॉमी और हेडन शामिल थे। पोलीफिनोल पौधों में प्राकृतिक रूप से निकलने वाला एंटी-आक्सीडेंट है जिसमें शरीर का रोगों से बचाव करने की क्षमता होती है। टालकोट दंपति ने पाया कि आम से निकाले गए इस तत्व ने वास्तव में स्तन और कोलोन के कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर दिया।

ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ काइली मिनॉग ने उतारे कपड़े

ब्रेस्ट कैंसर से उबरने के चार साल बाद मशहूर पॉप सिंगर काइली मिनॉग ने इस गंभीर बीमारी के खिलाफ जागरुकता फैलाने लिए अपने कपड़े उतार दिए हैं। 41 वर्षीय काइली ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ जागरूकता फैलाने और फंड इकट्ठा करने के लिए फोटोशूट दिया है। काईली इस फोटोशूट में सिल्क का ब्रेस्ट कैंसर लोगो वाला एक पट्टा पहने दिखाई दे रही हैं। काइली के साथ इस अभियान में प्रेगनेंट जर्मन सुपर मॉडल क्लोडिया शिफर और अभिनेत्री सिएना मिलर भी शामिल हो गई है। कैंसर के खिलाफ यह अभियान आज से शुरु होगा। मिनॉग ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होने के पांच साल बाद इस अभियान से जुड़ी हैं। 2005 में मिनॉग को ब्रेस्ट कैंसर होने का पता चला था। एक साल तक चले उपचार के बाद काइली ठीक हो पाई थी। 2006 में उन्होंने दोबारा अपने शो करने शुरू कर दिए थे।

फैटी डाइट ने बढ़ाया कैंसर

मुंबई के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. एचएस अडवाणी ने कहा कि पहला बेबी देरी से कन्सीव करने के कारण मेट्रो सिटीज और विकसित देशों में ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। जबकि रूरल एरियाज में अभी भी इसकी ग्रोथ है। आजकल लंग्स कैंसर के लिए पॉल्यूशन भी काफी हद तक जिम्मेदार है। भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल में रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बदलती लाइफ स्टाइल के कारण फिजिकल एक्सरसाइज कम होती जा रही है। वहीं, मोटापा बढ़ाने वाली डाइट लेने का ट्रेंड बढ़ रहा है। यह आजकल कैंसर का सबसे बड़ा कारण बन चुका है। महिलाओं को एचआरटी जैसी हॉरमोन थैरेपी लेनी चाहिए। देश में ब्रेस्ट कैंसर में हर साल दो परसेंट की बढ़ोतरी हो रही है, जबकि सरवाइकल कैंसर का ग्राफ कम हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी सालों में आईएमआरटी थैरेपी से ट्यूमर को काफी हद तक ठीक किया जा सकेगा। इससे पेशेंट के ऑर्गेन को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा। आजकल ल्यूकोमिया में टारजेट थैरेपी की मदद से एक इंजेक्शन के जरिए सैल को ट्रीट किया जा सकता है। यह लोगों की गलत धारणा है कि कैंसर ठीक नहीं हो सकता। समय पर डायग...

ब्रेस्ट कैंसर की पहचान मिनटों में

ब्रेस्ट कैंसर की पहचान अब मिनटों में होगी। इसके लिए ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक ट्राईकॉर्डर विकसित किया है। हाथ में पकड़े जा सकने वाली यह मशीन मरीज के खून, उसकी लार व यूरिन की जांच करने के बाद कुछ ही मिनटों में कैंसर की पहचान कर लेगी। क्लीनिहब नाम के इस उपकरण में कई पोट्र्स हैं, जिनमें सैंपल्स डाले जा सकते हैं। इसे बनाने वाले कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के पैट्रिक पॉर्डेज ने कहा कि डॉक्टरों और मरीज दोनों के लिए यह मशीन आने वाले समय में फायदेमंद होगी। मशीन की कीमत 650 पाउंड (करीब 47 हजार रुपए) है।