हमारी बॉडी का स्ट्रक्चर, बीमारियों के अटैक और हमारी रेसिस्टेंट पॉवर यह सब हमारी विल पॉवर पर डिपेंड क रत े है ं। यह विल पॉवर हमारे विचारों में ही जन्म लेता है, वहीं विकसित होता है। हमारे सोचने का एटिट्यूड हमारे शरीर में ऐसे केमिकल उत्पन्न करता है जो हमारी हेल्थ के लिए पूरी तरह रिस्पॉन्सिबल होते हैं। कैंसर जैसे रोग से भी इसी विल पॉवर से छुटकारा पाया जा सकता है। हमारी विचारधारा किस हद तक बीमारियों से जूझ सकती है, इस बारे में कार्ल सिमोंटोन नामक साइंटिस्ट ने सोच का एक इमेजिनेशन पिक्चर प्रस्तुत किया है और स्टडी के बाद उसके रिजल्ट से भी वैज्ञानिकों को अवगत कराया है। सिमोंटोन के अनुसार आप अपनी आँखें बंद कीजिए, टेंशन फ्री हो जाइए और इमेजिन कीजिए कि आप एक मजबूत दीवारों वाले किले के सुंदर बड़े हरे-भरे मैदान में लेटे हैं। इस विशाल किले के पार्क के हर दरवाजे पर सैनिक तैनात हैं। सफेद बड़े ट्रैनी कुत्ते हिफाजत के लिए इधर-उधर घूमते हुए आपकी सिक्योरिटी को दूर-दूर तक सूँघ रहे हैं। अचानक उन सिक्योरिटी डॉग में से कोई एक, घुसपैठिए को पहचान लेता है, जो कि भीतर घुसने की कोशिश कर रहा है। कुत...