ख़ुश रहकर और सकारात्मक सोच की बदौलत दिल की बीमारी को दूर रखा जा सकता है. अमरीका में 1700 लोगों पर दस साल तक किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जो लोग हमेशा परेशान रहते हैं और अवसाद के शिकार रहते हैं उनमें दिल की बीमारी होने की संभावना सबसे ज़्यादा होती है. इस अध्ययन से ये बात पुख़्ता तौर साबित नहीं होती कि ख़ुश रहकर दिल की बीमारी से बचा ही जा सकता है. लेकिन ये ज़रूर कहा गया है कि आमतौर पर लोगों को ख़ुश रहने की कोशिश करनी चाहिए, जीवन का आनंद लेने की कोशिश करनी चाहिए. लेकिन विशेषज्ञों की राय है कि अध्ययन के नतीजे सीमित रूप में ही कारगर हो सकते हैं क्योंकि हर व्यक्ति की जीवनशैली उसकी प्रवृत्ति के अनुरूप ही होती है. एक यूरोपीय हार्ट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में ये बताया गया है कि शोध में हिस्सा ले रहे लोगों की भावनात्मक प्रतिक्रिया की कठिनाई, परेशानी, उत्साह, उमंग और संतोष के पैमाने पर जांच की गई.प्रतिभागियों को उनकी सकारात्मक सोच के आधार पर एक से लेकर दस तक अंक दिए गए.अध्ययन के अंत में पाया गया कि शोध में हिस्सा ले रहे 1700 लोगों में से 145 को दिल की बीमारी हो गई जो कि हर दस में...